परीक्षण की वैधता एवं विश्वसनीयता में सम्बन्ध
वैधता एवं विश्वसनीयता दोनों ही एक-दूसरे से प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हैं। वैधता परीक्षण की विश्वसनीयता पर निर्भर करती है। समजातीय परीक्षण में वैधता, विश्वसनीयता पर आधारित होती है अर्थात् दोनों अनुपस्थित होती हैं या उपस्थित होती हैं परन्तु विषमजातीय परीक्षण में प्रत्येक पद स्वतन्त्र होता है वहाँ वैधता विश्वसनीयता पर आधारित नहीं होती है।
गैरेट के अनुसार, "इन दोनों के सम्बन्ध को एक घड़ी के माध्यम से बताया है कि माना किसी घड़ी को उसमें निर्धारित समय से 30 मिनट आगे कर दिया है जिससे हम प्रत्येक कार्य समय से पूर्ण कर सकें, इस स्थिति में घड़ी तो विश्वसनीय कहलाएगी परन्तु वैध नहीं क्योंकि वह प्रत्येक बार 30 मिनट आगे का समय बताएगी। जैसा हमने किया वह वैध इसलिए नहीं है क्योंकि उस समय वास्तविक समय कुछ और होगा।"
इस विवेचना से निम्नलिखित बातें स्पष्ट हैं-
(1) विश्वसनीयता व वैधता एक-दूसरे से सम्बन्धित हैं क्योंकि दोनों का लक्ष्य समान है।
(2) विश्वसनीयता परीक्षण की वैधता पर कम निर्भर करती है।
(3) विश्वसनीयता गति परीक्षण (Speed test) में अधिक होती है परन्तु वैधता शक्ति परीक्षण (Power test) में अधिक होती है।
(4) यदि परीक्षण वैध है तो अवश्य विश्वसनीय होगा परन्तु यदि विश्वसनीय है तो जरूरी नहीं कि वैध हो।
(5) उच्च विश्वसनीयता के लिए समान कठिनता स्तर के एकांश और एकांशों के मध्य उच्च आन्तरिक सहसम्बन्ध होना अनिवार्य है जबकि उच्च वैधता के लिए विभिन्न कठिनता स्तर के एकांश और एकांशों के मध्य निम्न सहसम्बन्ध होना अनिवार्य है।
(6) वैधता गुणांक किसी भी परिस्थिति में विश्वसनीयता गुणांक से अधिक नहीं होता है।
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