Invention of computer कम्प्यूटर का अविष्कार -:
Charles Babbage ने सबसे पहले एक Electronic Computer का अविष्कार किया था जिसे दुनिया का सबसे पहला कम्प्यूटर माना जाता हैं। लेकिन कई लोगो द्वारा यह भी माना जाता हैं की 1622 में Abacus जो की Tim Cranmer के द्वारा बनाया गया था वह दुनिया का सबसे पहला कम्प्यूटर था, लेकिन जो कम्प्यूटर आज हम इस्तेमाल कर रहे हैं वह सिर्फ Charles Babbage की कोशिश के द्वारा ही संभव हो पाया हैं।
दोस्तों में आपको बता दूँ बैसे तो कम्प्यूटर के फील्ड में बहुत सारे वैज्ञानिकों ने अपनी भूमिका दी हैं जैसे - Personal Computer का अविष्कार John Blankenbder ने किया जबकि Laptop का अविष्कार Adam Osborne ने किया हैं। लेकिन कम्प्यूटर बनाने की Process Chales Babbage की द्वारा ही शुरू की गई थी इसलिए इनको Father Of Computer के नाम से जाना जाता हैं।
कम्प्यूटर को बनाने की शुरुआत 1830 के समय Charles Babbage के द्वारा शुरू की गई थी, इन्होने एक Analtical Engine बनाने की Planing की थी जो की कम्प्यूटर के फील्ड में एक शुरुआता थी। 1833 में charles Babbage ने Analytical Engine का अविष्कार किया जो की एक General Purpose Computer था लेकिन पैसे की कमी होने के कारण इन्होने इस काम को पूरा न कर सके 1871 में Charles Babbage की मौत हो गई। इसके 40 साल बाद 1888 में Charles Babbage के बेटे Henry Babbage ने इस काम को पूरा किया।
Computer Parts - कम्प्यूटर के भाग -:
कम्प्यूटर के निम्नलिखित भाग होते हैं -
1. Monitor - मॉनिटर
यह आउटपुट उपकरण में से सबसे अधिक काम में आने वाला उपकरण हैं। यूजर द्वारा दी गयी सभी गणना इसी पर दिखाई देती हैं। मॉनिटर तीन प्रकार के होते हैं
2. LCD Monotor (Liquid Crystal Display Monitor)
3. LED Monitor (Light Emiting Diode Display Monitor)
2. C.P. U. (Central Processing Unit) -:
Central Processing Unit कम्प्यूटर का मुख्य भाग होता हैं। इसे कम्प्यूटर का मस्तिक और हृदय भी कहा जाता है। कम्प्यूटर द्वारा की जाने वाली समस्त गणनाए इसी भाग में होती हैं। CPU के तीन भाग होते हैं।
(a) Main Memory
यह CPU का वह भाग हैं जिसमे सभी डाटा अथवा प्रोग्राम गणना के पहले एव वाद में संगृहीत किये जाते हैं। आउटपुट उपकरण में भेजे जाने से पूर्व इसने संगृहीत रहते हैं।
(b) Arithmetic and Logic Unit
इस भाग में सभी प्रकार की गणनाए व तुलनाओं का कार्य किया जाता हैं। सी.पी.यू. के लिए सभी प्रकार की अंकगणितीय क्रियायें (जोड़ना, घटना, गुना करना तथा भाग देना) आदि गणनाए इसी इकाई में की जाती हैं।
(c) Control Unit
यह भाग कम्प्यूटर के सभी भागो के लिए मुख्य तंत्रका तंत्र के समान कार्य करता हैं। य कम्प्यूटर के सभी भागों को निर्देश के आधार पर कार्य कराने का आदेश देता हैं। यह भाग
3. Keyboard - कुंजीपटल
Keyboard एक इनपुट डिवाइस हैं। कीबोर्ड का प्रयोग कम्प्यूटर में डाटा डालने के लिए किया जाता हैं। कीबोर्ड से आप कम्प्यूटर में कुछ भी टाइप कर सकते हो बड़ी ही आसानी से आज के समय में QWERT कीबोर्ड का प्रयोग किया जाता हैं।
1. TypeWriter
यह कीबोर्ड का मध्य भाग होता हैं। इसमे सभी इंग्लिश लैटर (A-Z) तक तथा अंक (0-9) तक और कुछ विशेष चिन्ह होते हैं।
2. Function Key,
इसमें F1 से F12 तक कीबोर्ड के सबसे उपरी बटन होते हैं जिन्हें फंक्शन कीय बोलते हैं।
3. Number Keypad
इसका उपयोग 0-9 तक संख्या भरने में किया जाता हैं। इसमे गुणा, भाग, जोड़, घटाव आदि के चिन्हे होते हैं जिन्हें नंबर कीपैड बोलते हैं। इसमे तीर के निशान होते हैं जिनकी मदत से आप माउस के कर्सर को इधर उधर घुमा सकते हो।
4. Mouse - प्वाएटिंग डिवाइस
यह एक इनपुट डिवाइस हैं एक माउस में दो या तीन बटन हो सकते हैं जिन्हें दये बटन, बाये बटन तथा मध्य बटन बोलते हैं।
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